लालच देकर किया जा रहा स्वंय सहायता समूह का गठन, नही मिल रहा योजनाओ का लाभ ग्रामीण परेषान खण्डार
राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद की और से ग्रामीण महिलाओ को गांव गांव मे जागरूक कर महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजना का उपखण्ड क्षेत्र में खिलवाड किया जा रहा है। योजना में लालच देकर ग्रामीण महिलाओ से स्वंय सहायता समूह का गठन एवं ग्राम संगठन का गठन किया जा रहा है। स्वंय सहायता समूह व ग्राम संगठन में जोडने के लिए ग्रामीण साक्षर महिलाओं से अवैध वसूली की जा रही है। ग्रामीण महिला अनिता देवी, सरोज बाई, रूकमणी देवी, गुड्डी आदि ने बताया कि स्वंय सहायता समूह के बनाने के लिए ग्रामीण महिलाओ को 15 हजार रूपए का लालच दिया जा रहा है ।महिलाओ को समूह से जोडने के लिए उनके दस्तावेज लेकर बैक में खाता खुलवाने के बाद समूह मे कोई नही डाली जा रही है। ना ही केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओ से उनको जोडा जा रहा है। ग्रामीण महिलाओ ने बताया कि खण्डार कलक्टर मैनेजर ग्रामीण क्षेत्रो मे जाकर महिलाओ से समूह मे जोडने के नाम पर अवैध वसूली कर रही है।
अभद्रता करती है कलस्टर मैनेजर
ग्रामीण महिलाओ ने बताया कि स्वंय सहायता समूह बनाते समय तो कई तरह के लाभ बताकर अनपढ महिलाओ को समूह मे जोडा जाता है । समूह बनने के बाद एक भी दिन समूह की मिटिंग व समूह का निरीक्षण नही किया जाता है। कलस्टर मैनेजर समूहो की जांच किए बिना ही फर्जी तरीके से भुगतान उठा रही है। समूह की महिलाएं जब कलस्टर मैनेजर को सहायता के लिए अपने समूह पर बुलाती है तो कलस्टर मैनेजर अभद्रता करती है। और समूह से हटाने की धमकी देती है। महिलाओ ने राजीविका मे हो रहे फर्जीवाडे को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग जिला कलक्टर से की है।
इनका है कहना
राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद की और से महिलाओ को आत्म निर्भर बनाने के लिए स्वंय सहायता समूह का गठन किया जाता है। कलक्टर मैनेजर के द्वारा अभद्रता करने का मामला पूर्व मे भी सामने आया है। मै इसकी और जांच करवाकर कार्रवाई करूंगा।
रामप्रसाद मीणा
वीपीएम खंडार